रविवार, 13 नवंबर 2016

लाल सलाम

लाल सलाम कामरेड कैसे हो? भक् काहे का लाल सलाम धूप में खड़े खड़े करिया हुए जा रहे हैं हम और तुम हो की.......| काहे भड़कते हो यार क्या हुआ बताओ तो सही।देख नही रहे हो सबेरे से लाइन में लगे हैं रुपया एक्सचेंज कराने के लिये शाम होने को आ गयी और सर्वर डाउन है , आखिर इतना कष्ट क्यों झेले हम । देश गर्त में जा रहा है । गरीब भुखों मर रहा है हमारे पास और भी बहुत काम हैं करने को । ये जो बेरोजगार और अनपढ़ हैं यही सब लाइन में खड़े हैं हम तो एक एजेंट से बात किये हैं 500 का 450 दे रहा है अब उसी से लेंगे। लाल सलाम !
ये वही कामरेड हैं जो दो हफ्ते पहले तक भारत - पाकिस्तान का युद्ध चाहते थे। आज लाइन में भी खड़े नहीं हो रहे और कल ईंट का जबाब पत्थर से देने के लिए सरकार को कोश रहे थे । हाँ भाई सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत भी मांग रहे थे। सिर्फ इसलिये की सीमा पर खुद लड़ने थोड़े जाना था । जिसको मरना है मरे ...काश कोई इस कामरेड के गालों पर एक लाल सलाम जड़ देता।

~लोकेन्द्र मणि मिश्र "दीपक"

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