रविवार, 25 सितंबर 2016

जिंदगी प्राणवान हो जाये...

खूबसूरत विहान हो जाये
चम्पई आसमान हो जाये।

तुम जो बस एक बार आ जाओ
जिंदगी प्राणवान हो जाए।

पाँव अब तक थे इस धरातल पर
अब चलो इक उड़ान हो जाये ।

झूठ का जीतना नहीं सम्भव
सच भरा यदि बयान हो जाये ।

~लोकेन्द्र मणि मिश्र '"दीपक"'

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें