सोमवार, 22 फ़रवरी 2016

आरक्षण

हम अल्पसंख्यक हैं,पिछड़े हैं, गरीब हैं ,लाचार हैं।
हम सड़क जाम कर सकते हैं। ट्रेन रोक सकते हैं। बस फूँक सकते हैं। सेना और पुलिस से संघर्ष कर सकते हैं। स्कूल कॉलेज दफ्तर, सरकारी गैर सरकारी दफ्तर बन्द करा सकते हैं, और तो और हम सरकार को चुनौती दे सकते हैं।
पर अपने दम पर सरकारी नौकरी नहीं ले सकते। बिना आरक्षण के देश के सर्वोच्च संस्थानों जैसे आई आई टी , एम्स , और गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिसन नहीं ले सकते।
हमे विकसित भारत में रहना है, लेकिन मेहनत नही करना।

#जाट रिजर्वेशन
~लोकेन्द्र मणि मिश्र "दीपक"
©lokendradeepak.blogspot.com

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